निरूपमा को न्याय अभियान
जैसी कि आपको जानकारी होगी कि युवा पत्रकार निरुपमा पाठक की पिछली 29 अप्रैल को उनके घर में ही हत्या कर दी गई थी. निरुपमा अपने एक सहपाठी और पत्रकार प्रियाभांशु से प्रेम करती थीं लेकिन निरुपमा के घरवाले दोनों के विवाह के लिए तैयार नहीं थे.
झारखण्ड पुलिस इस मामले की जांच सही तरीके से नहीं कर रही है और मामले को उलझाने में लगी हुई है.
निरुपमा की दुखद और स्तब्ध कर देनेवाली मौत के बाद से ही उसके सहपाठी, दोस्त, सहकर्मी, पत्रकार, बुद्धिजीवी और महिला-छात्र संगठनों के कार्यकर्ता 'निरुपमा को न्याय' अभियान चला रहे हैं.
इस अभियान के तहत कल यानी 15 मई-शनिवार को शाम 5.30 बजे से प्रेस क्लब ऑफ इंडिया और निरूपमा को न्याय अभियान की तरफ से प्रेस क्लब से गृह मंत्रालय के लिए एक मौन विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जा रहा है. इसका नारा है- "क्षुब्ध हृदय है, बंद जुबान".
आप इस तरह के मुद्दों पर सक्रिय और लड़ते रहे/रही हैं. हमारा आपसे निवेदन है कि आप कल के इस विरोध प्रदर्शन में जरूर पहुंचे और उन मध्ययुगीन ताकतों के खिलाफ जो देश को बर्बरता की ओर खींच ले जाना चाहते हैं, अपनी आवाज बुलंद करें.
आपका आना बहुत जरूरी है. उम्मीद है कि आपसे कल शाम प्रेस क्लब पर प्रदर्शन पर मुलाकात होगी.
आपका,
पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ
दिलीप मंडल
टी.के. राजलक्ष्मी
भाषा सिंह
भूपेन
विजय प्रताप
रोशन किशोर
शेफालिका शेखर
कविता कृष्णन
आनंद प्रधान
रीतेश वर्मा
रणवीर
आनंद सौरभ
हिमांशु शेखर
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